क्वेटा। पाकिस्तान जो आंतरिक युद्ध का सामना कर रहा है, का विश्वास धीरे-धीरे चीन से समाप्त हो रहा है। विकास के लिए जो सपने शी सरकार ने दिखाये थे, उनको पूरा नहीं किया जा सका है। इस तरह से पाक के गृहमंत्री मोहसिन नकवी की अमेरिका यात्रा पर भी व्यापक चर्चा हो रही है।
नकवी ने हाल ही में अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया। वे विदेश लौटने से पहले चीन में कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ जनजागरण करने वाले अमेरिका समर्थिक एक बड़े गुट के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।
इस तरह से उन्होंने चीन को संदेश दिया है कि पाकिस्तान के विकास के लिए जो सपने दिखाये गये थे, वे पूरे नहीं हुए है। ध्यान रहे कि पाकिस्तान इस समय पूरी तरह से कर्जे में डूबा हुआ है और वह अपने मित्र देशों की सहायता पर अपनी आर्थिक यात्रा पूरी कर रहा है। चीन ने भी उसको अपने कर्जे में पूरी तरह से डूबोया हुआ है और चीन की किश्तों को पूरा करने के लिए उसको अतिरिक्त लोन लेना पड़ रहा है।
पाकिस्तान के पूर्व शासक इमरान खां तो हर बात पर निर्णय लेने से पहले बीजिंग की यात्रा करते थे और वहां से सहमति मिलने पर ही कोई सरकारी फाइल पर दस्तख्त करते थे।
ब्रिटेन के सरकारी अधिकारियों का दल समय-समय पर पाकिस्तान का दौरा करता रहा है लेकिन वह भी उसको अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से मुक्ति नहीं दिला पाया है।
अब पाकिस्तान वापिस अमेरिका की ओर मुड़ रहा है। आंतरिक मंत्री नकवी का कहना है कि उनकी यात्रा के उद्देश्य जल्द पूरे होंगे।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान इस समय गृह युद्ध की चपेट में है। ब्लूचिस्तान में तालिबानी उसको कड़ी टक्कर दे रहे हैं। ब्लोच आजादी का झंडा फहरा रहे हैं और अभी तक उनकी आवाज को दबाने के लिए पाक सेना को हथियारों का सहारा लेना पड़ रहा है।
सेना की ओर से अधिकारिक तौर पर कहा गया है कि वह मित्र शत्रुओं का पता लगाने की कोशिश कर रहा है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही ब्लूचिस्तान में 18 सैनिक मारे गये।