अमेरिका ने दक्षिण बॉर्डर पर सेना को लगाकर अवैध आवर्जन को रोका
न्यूयार्क। अमेरिका में जो रहा है, उससे पूरे विश्व में हलचल मची हुई है। यूरो कमजोर हो गया है। डॉलर मजबूत हो रहा है। दक्षिण सीमा पर डोनाल्ड ट्रम्प ने सेना को लगा दिया है तो दूसरी ओर डीआईई को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही यूएस एड विभाग को भी बंद किया जा रहा है।
अमेरिका में नये प्रशासन ने जैसे ही कार्यभार संभाला है, पूरे विश्व में हलचल मची हुई है और व्यापार जगत में भी अब शेयर बाजार से ज्यादा ट्रम्प की चर्चा हो रही है।
चाइना 400 अरब डॉलर का निर्यात सिर्फ अमेरिका को करता है और लगभग इतना ही निर्यात भारत को भी किया जाता है। इस तरह से दो देशों पर चाइना की बड़ी नजर रहती है।
अमेरिका ने विदेशी संस्थानों को भुगतान रोकने के लिए डीआईई को बंद करने का निर्णय लिया है। यह विभाग कुछ ऐसे तत्वों को धन मुहैया करवाता था जो मानव विरोधी गतिविधियों में भी शामिल रहे थे।
वहीं यूएस एड विभाग को भी बंद कर दिया गया है। इस तरह से विदेशी संस्थान जो मानव सेवा आदि के स्थान पर अमर्यादित गतिविधियां संचालित करते थे, उनको सहायता बंद हो गयी है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने एक तरह से विदेश में कार्यरत उन संस्थानों की कमर तोड़ दी है, जो सिर्फ अमेरिकी डॉलर पर पल रहे थे।
इससे भारत में भी उन संस्थानों को झटका लगेगा जो फर्जी संस्थान बनाकर धन जुटा रहे थे। हालांकि हवाला के इस कारोबार को सरकारी रूप दिया गया था और गृह मंत्रालय ऐसे संस्थानों को धन प्राप्ति के लिए एक मंजूरी पत्र प्रदान करता था।