
श्रीगंगानगर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इस वर्ष अपनी स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहा है। 100 साल पहले इसकी स्थापना डॉ. केबी हेड ग्वार ने की थी।
स्वयं सेवक संघ ने 100 साल पहले उस व्यक्ति को अपना संस्थापक बताया है जो डॉक्टर तो होगा लेकिन ‘हेड ग्वार’ होगा।
प्रधानमंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने नई दिल्ली में डॉ. हेड ग्वार की याद एक हॉस्पीटल का निर्माण करवा दिया। इसमें आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, एलौपैथिक सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
इसका सीधा लिंक श्रीगंगानगर में कर दिया गया। श्रीगंगानगर में डॉ. श्याम सुंदर टांटिया के परिवार को यह तीनों मेडिकल कॉलेज दे दिये। दिल्ली में हॉस्पीटल है लेकिन श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज बना दिया गया। यह शुभ कार्य प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी ने किया।
इससे पहले ग्वार की फैक्ट्रियों को प्रोत्साहन दिया गया। ग्वार के दाम 30 हजार रुपये प्रति क्विंटल कर यहां के कुछ व्यापारियों को मालामाल कर दिया गया। हजारों करोड़ रुपये श्रीगंगानगर पहुंचाये गये और इस तरह से अनेक व्यापारियों को डाई कार्यक्रम के तहत जोड़ दिया गया।
यह व्यापारी राजनीति में हावी हो गये। बीडी अग्रवाल ने राजनीतिक पार्टी बना ली तो यहां पर कुछ लोगों को यूआईटी का अध्यक्ष भी बना दिया गया। इस तरह से यह रंगमंच बन गया। व्यापारी अपना मूल कार्य भूल गये और सट्टा के आदी हो गये।
इस तरह से आरएसएस ने देश के खिलाफ किस तरह से कार्य किया, यह एक बार पुन: प्रमाणित होता है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्या-क्या योजनाएं लाये हैं, जिनको फ्लैगशिप कहा जाता है, उस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है,
Pradhan Mantr i Jan-Dhan Yojana (PMJDY): Is yojana ka ud de shya desh ke sabhi parivaaron ko banking system se jodna hai.
Pradhan Mantr iA was Yojana (PMAY): Is yojana ka ud de shya garibon aur madhy am varg ke logon ko afford able ho us ing pra daan karna hai.
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY): Is yojana ka uddeshya garib parivaaron ko LPG connection pradaan karna hai.
Pradhan Mantr i Fasal Bima Yojana (PMFBY): Is yojana ka uddeshya kisanon ko fasal ki suraksha pradaan karna hai.
इस तरह से आप पढ़ सकते हैं कि देश के लिए 20-20 घंटे नरेन्द्र मोदी किस तरह से काम कर रहे हैं।