श्रीगंगानगर। अंतरिक्ष क्षेत्र के दो बड़े खिलाड़ी गौतम अडाणी और एलन मस्क, दोनों ही भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी के खास मित्र हैं। आपने देखा ही होगा कि मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस में मस्क अपने गोलू-पोलू के साथ प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के साथ वार्ता कर रहे थे। यह वीडियो भी वायरल हुआ है।
भारत में गौतम अडाणी आज भी उसी तरह से फल-फूल रहे हैं और भारत सरकार उनके खिलाफ कोई जांच करने को तैयार नहीं है। स्टॉक मार्केट में भारी हेराफेरी के बाद भी यही हाल है।
अब एलन मस्क की चर्चा की जाये तो एलन ट्रम्प प्रशासन के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण है।
मस्क दक्षिण अफ्रीका के हैं। दक्षिण अफ्रीका के राजदूत को हाल ही में अमेरिका के राजदूत को निष्कासित कर दिया गया। इसके बाद ट्रम्प को मनाने के लिए मस्क टेस्ला कारों का जखीरा लेकर पहुंच गये और फोटो सैशन के लिए ट्रम्प ने कार की सवारी भी कर दी। इस तरह से दुनिया के सबसे बड़े उद्योगपति या अमीर आदमी को एक बार अमेरिकी अर्थव्यवस्था के नाम पर राजी कर लिया गया।
अब मामला आगे बढ़ाते हैं तो राष्ट्रपति ट्रम्प ने एलन एनमी एक्ट को भी लागू कर दिया है। अब एलन को सार्वजनिक जीवन में जनता के सामने रहना होगा।
दूसरा पहलू यह है कि दमिश्क शहर पर आईएसआईएस का कब्जा हो गया है। दमिश्क को डी कोड करें तो सामने आता है दी मश्क अर्थात डोनाल्ड वाले मस्क।
डोनाल्ड ट्रम्प के साथ 24 घंटे दिखाई देने वाले मस्क पर आईएसआईएस का कब्जा है। अब इसको इस तरह से समझा जा सकता है कि सीरिया पर मस्क और डोनाल्ड का कब्जा हो गया है। पूर्व राष्ट्रपति असद अल बशर भागकर रूस की शरण में चले गये हैं।
दुनिया का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन एसएण्डपी 500 में शामिल उद्योगपति हैं। यह दुनिया की 99 प्रतिशत पैसा पर कब्जा किये हुए हैं। एस एण्ड पी एक स्टॉक मार्केट है जो भारत में भी है और यूएसए में भी है।
इस तरह से आईएसआईएस जो एस एण्ड पी है। उसका अध्यक्ष है मस्क। मस्क की दोस्ती है मोदी के साथ। अमेरिका में मोदी का प्रारूप है मस्क। जिस तरह से भारत में अदाणी है तो अमेरिका में मस्क की कंपनियों में करीबन 500 लाख करोड़ रुपये भारत से आये हैं। आप खुद देखिये कि 2020 के आसपास मस्क के पास मात्र 20 बिलियन डॉलर की सम्पदा थी। 2025 जनवरी तक उसके पास 345 बिलियन डॉलर की नेटवर्थ हो गयी। 325 अरब डॉलर मात्र तीन-चार साल में बढ़ गये।
इस दौरान उसने 44 बिलियन डॉलर की ट्वीटर नामक कंपनी को भी खरीद लिया और उसका नाम एक्स रख दिया। इतने बड़े घोटाले के बावजूद आज तक मस्क के खिलाफ कड़े कानून के तहत कार्यवाही नहीं हो पायी है।