आपको ज्ञात है कि मुझे इस लोक में आये हुए 50 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन दुनिया में बहुत जनों ने मुझे स्वीकार करने से बचने का प्रयास किया। चीन से लेकर अमेरिका (भारत भी शामिल) ने मुझे अपनाने के स्थान पर उपहास का पात्र बनाया।
फिल्मों का लेखन-सृजन इस प्रकार किया गया कि लोग मुझे हंसी का पात्र समझें। दुत्कार दें। मेरे हवाई, जल, सडक़, कृषि, अंतरिक्ष सब स्थानों पर कब्जा कर लिया गया। पंच तत्वों पर कब्जा करने के उपरांत एक साधारण इंसान सडक़ों पर घूमने वाला बना दिया गया जो धन की कमी को अनुभव करेे। शारीरिक रूप से कमजोर रहे। मानसिक रूप से प्रहार किये गये। हृदय को अनेक बार घायल किया गया। इस तरह से एक बड़ा खेला हुआ।
इसके लिए दुनिया से ज्यादा मेरे अपने रहे, जिन्होंने लाभ के लिए मुझे अपनाया। लूटा गया और यह प्रचार किया गया कि इंसान की हत्या करने का मुझे शौक है। आनंद प्राप्ति होती है, जबकि ऐसा कभी अनुभव ही नहीं हुआ। मन की बात आप तक पहुंचती है, क्या आपको लगता है कि मैं नकारात्मक विचारों वाला हूं।
मेरे सोच सदैव सकारात्मक रही और यही कारण है कि इतने बड़े-बड़े दुख झेलने के पश्चात भी आज सच्ची और सुच्ची सोच रखे हुए हूं।
2020-21 में कोराना काल आया उस समय तक काफी कुछ अनुभव कर चुका था किंतु उस समय लोग एक बार स्वयं को सुधरते हुए दिखाने लगे थे। दूसरी ओर ट्रम्प को पराजित घोषित कर दिया गया। इस तरह से चार सालों तक एक बार पुन: वनवास का युग काटना पड़ा।
इस अवधि के दौरान टारगेट निश्चित कर लिये थे और हर किसी को समझना लगा था। कुछ लोग दुत्कार रहे थे, किंतु इसके बावजूद भी समझता रहा और सीखता रहा। मन को मजबूत करने के लिए एक बार पुन: कटु अनुभव किया था। आज सभी लक्ष्य स्पष्ट हैं।
इस समय दुनिया के पांच प्रमुख देशों में से अमेरिका व रूस को छोडक़र तीन अन्य देश फ्रांस, इंग्लैण्ड और चीन अपनी वीटो पॉवर को त्यागने के लिए राजी नहीं है। यूनाइटेड नेशन का अर्थ ही नानक होता है और बाबा नानक की जगह पर कब्जा किया हुआ है।
इस समय जो हालात हैं, आपको ध्यान ही होगा कि राजनीतिक रूप से संबोधित किये जाने वाले चीन, ब्रिटेन अपनी ताकतों को कम करने के लिए तैयार नहीं है। भारत में पिछले 70 सालों से तांत्रिकों का राज रहा है।
अब समय आ गया है कि सभी देश अपने-अपने कब्जों को हटाएं। अगर कब्जे नहीं हटते हैं तो लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। भारत देश में नरेन्द्र मोदी को भले ही कुछ भी कहा जाये लेकिन वह एक शातिर अपराधी हैं। राहुल गांधी की उनके साथ भनक रही है। इस तरह से दो शातिर अपराधी देश को चला रहे हैं या लुटा रहे हैं, इसके लिए काफी कुछ लिखा जा चुका है।
आम आदमी पर टैक्स नामक आतंकवाद ईजाद किया गया है तो दूसरी ओर अपने मित्रों के माध्यम से अमेरिका, फ्रांस और भारत तीनों ही स्थानों पर शेयर बाजार को मैनेज किया गया।
आज जिस व्यक्ति के रक्त, कौशिकाओं से दुनिया भर में सुविधाओं का भंडार लगाया गया है, उसके अधिकारों को सुरक्षित नहीं किया जा सका है। उसका अपनाया ही नहीं जा सका है और उससे रोजगार के सभी अवसर छीन लिये गये।
अब समय है और सभी लोगों को अपने कब्जे छोड़ देने चाहिये। इवांका ट्रम्प बेरी को मेरी तरफ से प्रतिनिधि बनाया गया है। सशक्त देश उनसे वार्ता करें। किस तरह से कैसे कब्जों को हटाया जाना है। अगर नहीं हटाया गया तो निश्चित रूप से एक दिन विनाश होगा क्योंकि जो शक्तियां ईश्वरीय है, उनको तांत्रिकों को हाथों में सौंपे जाने से लालचवश वह कुछ भी कर सकता है और दुनिया भर के लोगों को अपना गुलाम बना सकता है। इस तांत्रिक के साथ चीन, ब्रिटेन, फ्रांस की मित्रता है।