श्रीगंगानगर। अमेरिका में इस समय बहुत हलचल देखी जा रही है, कारण यह है कि एक जिलास्तरीय जज ने राष्ट्रपति के आदेशों को प्रभावित कर दिया। मामला अवैध आगमन से जुड़ा था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने वेनेजुएला से आये अप्रवासी लोगों को उनके देश भेजने के लिए आदेश दिया था। वेनेजुएला के इन लोगों को अल सल्वाडोर की जेल में रखा गया है।
राष्ट्रपति के आदेशोपरांत फ्लाइट ने वेनेजुएला के उड़ान भर ली थी किंतु जज के आदेश पर उसको वापिस बुला लिया गया।
ट्रम्प राष्ट्रपति हैं और उनको विदेश, रक्षा, गृह सभी प्रकार की समीक्षाओं के उपरांत संबंधित विभाग की रिपोर्ट के आधार पर कार्यकारी आदेश जारी करने होते हैं। वहीं जिलास्तरीय जज के पास इस तरह की कार्यवाहियों से संबंधित डेटा उपलब्ध नहीं होता।
जज को अभियोजक पक्ष से वार्ता करनी चाहिये थी किंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया। इस संबंध में ट्रम्प ने सीधा आरोप वामपंथी विचारधारा पर लगाया है। ट्रम्प का आरोप है कि संबंधित जज को बाइडेन के कार्यकाल में नियुक्त किया गया था, वे राजनीति से प्रेरित होकर फैसला सुना रहे हैं।
अवैध प्रवासी लोगों को अब जेलों में डाला गया है। और लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि इन हजारों या लाखों लोगों का क्या किया जायेगा। एक सरकारी अनुमानके अनुसार दक्षिण सीमा से 3 करोड़ से ज्यादा लोग अमेरिका आये हैं।