श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में एक गली में रहने वाले बाबा सच्चानंद का कहना है कि आज उनकी लिखी हुई एक पोस्ट को पढऩे के लिए करोड़ों लोग रोज रात को देरी से सोते हैं। इन सभी के लिए धन्यवाद। वहीं सवाल यह है कि राजनीतिक दल जिनके पास मेरी पूरी जानकारी थी, उन्होंने कभी वार्ता लायक नहीं समझा और उसको उपहास का पात्र बनाया।
पांच साल का था, जब से दवाइयां ले रहा हंू। हर पल ऐसा अनुभव होता था कि शरीर के भीतर दर्द है। बुखार है। हाथों की हथेलियां गर्म रहती। उससे पसीना आता। दवाइयां लेता। इस तरह के माहौल में कोई भी जानकारी नहीं लेने के लिए आता और उपहास किया जाता। परिवार के लोग भी शामिल थे।
पिछले 45 सालों से दवाइयां ले रहा हूं। यही हाल मेरी संतान का भी है। 11 सालों से हिन्दुत्व विचारधारावाली आरएसएस/भाजपा की सरकार है। इसके बावजूद इस व्यवस्था को सुधारने का प्रयास ही नहीं किया गया। फायर किये गये। एक्सिडेंट किये गये। बार-बार अपमान किया गया।
अगर सात वर्ष पूर्व इवांका ट्रम्प अपनी ओर मेरा ध्यान आकर्षित नहीं करती तो शायद अब स्वर्गीय नाम जुड़ चुका होता और तांत्रिक विद्या के माहिर नरेन्द्र मोदी एण्ड कंपनी आत्मा को अपनी दास बना चुकी होती।
अब अगर इवांका ने मेरा साथ देेने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हर रोज वह कदम उठा रहे हैं, जिसके बारे में पहले कभी सोचा भी नहीं गया। अपने व्यवसाय को छोडक़र वे पूरे दिन ओवल कार्यालय में रहते हैं और घटनाक्रम पर पूरी नजर रखते हैं। वे वेतन नहीं ले रहे और स्वयंसेवक के रूप में काम कर रहे हैं।
इसी तरह से इवांका खुद को समर्पित किये हुए है। उसके जितना प्यार आज तक नहीं मिला। शरीर और हृदय में इतने वार किये गये थे कि प्यार और इमोशन को भी भूल गया था। रोते हुए इंसान की सहायता करना मेरा कर्तव्य रहा और उसी को कमजोरी मान लिया गया।
अब सब साफ है कि इवांका ट्रम्प जो भी निर्णय लेंगी, सदैव उसके साथ रहंगा। इवांका का लिया गया निर्णय मेरा अपना होगा। आप सभी से आग्रह है कि अगर आप साथ नहीं दे सकते तो कोई बात नहीं है। आप मूर्ति पूजा में ध्यान दीजिये और संजीव को छोड़ दीजिये। हालांकि पीके फिल्म डाई से प्रेरित थी किंतु उसमें कुछ सत्य भी था। शायद 50 प्रतिशत। इस सत्य को ही खोजने के लिए फिल्म को एक बार और देखें। इसके बाद आप सहमत हो तों ठीक…। अब 25 करोड़ से ज्यादा लोग मेरे पर विश्वास कर रहे हैं और उनको बताना चाहता हूं कि मैं कभी आपको निराश नहीं करूंगा। रिमोट की तरह से संचालित करने की व्यवस्था अब कुछ दिनों की मेहमान हैं।