श्रीगंगानगर। क्या दुनिया विश्व युद्ध-3 की ओर बढ़ रही है। यह सवाल है और इसका उत्तर भी होना चाहिये, क्योंकि सवाल तभी होता है, जब उत्तर ने जन्म ले लिया हो।
चीन की सेना ने अचानक ही विएतनाम के पास समुन्द्री इलाकों में अपनी गश्ती तेज कर दी है तो दूसरी ओर रूस के साथ एक समझौता भी किया गया है। दोनों विदेश मंत्रियों के हस्ताक्षर हुए हैं। इस तरह से यह अमेरिका के खिलाफ लामबंद होने का एक संकेत है।
दूसरी ओर फ्रांस ने कहा है कि अगर ईरान अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को नहीं रोकता है तो इसका अर्थ यही होगा कि वहां पर सैन्य कार्यवाही की जाये। फ्रांस के विदेश मंत्री का कहना था कि अभी हम युद्ध टाल रहे हैं लेकिन यह ज्यादा दिन तक नहीं चल सकता।
उल्लेखनीय है कि ट्रम्प बुधवार शाम 4 बजे (यूएसए टाइम अनुसार) दुनिया के सभी देशों पर 10 प्रतिशत तथा स्वीपिंग टैक्स अतिरिक्त लगाया था। यह दूसरे देश की ओर से लगाये गये 50 प्रतिशत के अतिरिक्त था।
भारत पर 26 तथा चीन पर 68 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है। इसके अतिरिक्त दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के लगभग सभी देशों पर टैक्स लगाया गया है। इस तरह से टैरिफज का यह मामला वैश्विक युद्ध की ओर दुनिया को ले जा रहा है। डब्ल्यूटीओ का समझौता अब कल की बात हो गया है। इसमें मुक्त व्यापार को प्रोत्साहित किये जाने के प्रावधान किये गये थे,जिसे अब अमेरिका ने स्वयं ही नकार दिया है।
अमेरिका पूर्व में भी अयातुल्ला खां खार्मेनई को पत्र लिख चुके हैं। हालांकि खार्मेनई ने इसका उत्तर नहीं दिया था। इस तरह से अमेरिका और यूरोप के साथ ईरान का तनाव बढ़ गया है।
वहीं विश्व की हलचल को देखकर सो कॉल्ड सेना अभ्यास आरंभ कर दिया है और यह विएतनाम के पास चल रहा है। इससे अमेरिका सतर्क है।