न्यूयार्क। अमेरिका इस समय दशकों पुराने मामलों का निस्तारण करने में तेजी से कार्य कर रहा है। 30 हजार सैनिकों को मध्य पूर्व एशिया में भेज दिया गया है। इतनी बड़ी संख्या में सैनिकों के पहुंचने की पुष्टि अधिकारिक तौर पर कर दी गयी है।
एक अधिकारिक सूचना के अनुसार अमेरिका ने अपनी सेना के 30 हजार सैनिक मध्यपूर्व में पहुंचा दिये हैं। इन सेनाकर्मियों को टारगेट की जानकारी दी गयी है। यह सैनिक मध्यपूर्व में किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए पलभर में तैयार हो सकते हैं।
जो जानकारी दी गयी है उसमें बताया गया है कि भेजे गये सैनिकों में प्रशासनिक टुकड़ी भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि इस समय ‘इजरायल’ और कुछ अरब कंट्रीज के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। वहीं ईरान ने अपने परमाणु हथियारों को लेकर कड़ा रुख अपनाया है और अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ वार्ता से इन्कार कर दिया।
दूसरी ओर अमेरिकी सेना ईरान समर्थक हूथियों से लड़ाई कर रही है। इस कारण ईरान और इजरायल के बीच भी तनाव बढ़ गया है और यह खतरनाक स्थिति में पहुंचे, उससे पहले ही अमेरिका ने अपनी सेना को भेज दिया है।
वहीं माना जा रहा है कि अमेरिका अपनी सैन्य टुकडिय़ों की संख्या बढ़ाने के लिए और सैनिक भेज सकता है। लाल सागर में हूथियों के ठिकानों पर अमेरिका अपने युद्धपोत के माध्यम से लगातार हमले कर रहा है। हूथियों ने अपना अड्डा यमन में बनाया हुआ है।
एक और जहां हूथियों के साथ संघर्ष हो रहा है तो दूसरी ओर इजरायल गाजा में एक देश दो राज्य के फार्मूले में पट्टी पर हमले कर रहा है। वह अमेरिकी बंधकों को मुक्त करवाने के लिए प्रयासरत है।