न्यूयार्क। ऑटिज्म के निदान के लिए हजारों वैज्ञानिकों को काम पर लगाया गया है और सितंबर से पूर्व रिसर्च के पूरी हो जाने की संभावना है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कैबिनेट बैठक में जॉन एफ कनैडी जूनियर ने यह बयान दिया।
ट्रम्प की कैबिनेट बैठक में आर्थिक क्षेत्र पर चर्चा हुई साथ ही स्वास्थ्य मंत्री से यह भी जानकारी हासिल की गयी कि ऑटिज्म का निदान किस प्रकार किया जा सकता है। हालांकि राष्ट्रपति ने साफ शब्दों में कहा, हां कुछ वहां है। शायद कुछ है…। उनका इरादा इस बात से साफ था कि ऑटिज्म रोग के लिए दवा के साथ-साथ वास्तु दोष को भी दूर किया जाना होगा।
उल्लेखनीय है कि 2 अप्रेल को अमेरिका में ऑटिज्म से मुक्ति दिवस के रूप में मनाया गया था। अमेरिका में करीबन 1.5 प्रतिशत आबादी ऑटिजम लोगों की है।
इसी विषय को ध्यान में रखकर राष्ट्रपति ट्रम्प ने शिक्षा विभाग को बंद कर दिया था। उन्होंने ऑटिज्म बच्चों के बीच में बैठकर उस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किये थे, जिससे शिक्षा विभाग समाप्त हो गया। अमेरिका शिक्षा पर 1.5 ट्रिलियन डॉलर खर्च कर रहा था और यह पैसा विदेशों यथा भारत जैसे देशों तक भी पहुंचता था जिससे डाई कार्यक्रम को प्रभावी तरीके से चलाया जाता था।
अब ऑटिज्म रोग को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है। हैल्थ मिनिस्टिर का कहना था कि उन्होंने देश-विदेश के हजारों वैज्ञानिकों को रिसर्च पर लगाया हुआ है जो इसका स्थायी निदान तलाश लेंगे।