न्यूयार्क। नाटो की एक अति महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है, जिसमें यूएसए के एनएसए और विदेश मंत्री मार्काे रूबियो पश्चिमी यूरोप के नेताओं के साथ वार्ता करने वाले हैं। वहीं अरब लीग की शिखर बैठक भी आयोजित हो रही है।
दुनिया में बहुत बड़ा होने वाला है और उससे पहले की शांति कायम है और यह शांति कुछ दिनों के लिए ही रह सकती है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और एनएसए इस बात पर सहमत हो गये हैं कि तेहरान को परमाणु कार्यक्रम चलाये जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
बात निकली है तो दूर तक जायेगी, यह स्टोरी भी उसी प्रकार की है।
अमेरिका इससे पहले अरब के इराक देश पर भी कार्यवाही कर चुका है। वहां पर भी परमाणु हथियार बनाये जाने की जानकारी दी गयी थी।
यूएसए के लिए चिंता पाक के परमाणु कार्यक्रम भी है जिसमें एक रिएक्टर से लीकेज होने की सूचना भी दुनिया तक पहुंच गयी थी।
मानवाधिकार की स्थिति सुधारे भारत : अमेरिका
वहीं मानवाधिकार को लेकर भी दक्षिण एशिया के आधार स्तंभ भारत के साथ अमेरिका के कटु संबंध चल रहे हैं। भारत गणराज्य की सरकार अभी तक यह भी तय नहीं कर पायी है कि प्रशांत महासागर को लेकर वह किस सोच के साथ आगे बढऩा चाहती है।
वह ब्रिक्स का भी सदस्य है तो वह कवाड में भी है। यह दोनों विरोधाभासी संगठन कहे जा सकते हैं क्योंकि भारत के अतिरिक्त कोई अन्य देश दोनों संगठनों में नहीं है।
भारत गणराज्य को लेकर इस बात की चिंता है कि सरकार सोशल सिक्योरिटी को लेकर कहीं गंभीर दिखाई नहीं देती। मनरेगा के अतिरिक्त कोई अन्य कारगर योजना नहीं है और उस योजना में भी हर साल कई करोड़ के घोटालों की जानकारी सामने आती है।
करोड़ों लोग अभी भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं और सरकार के पास ऐसी कोई योजना नहीं है जिससे उनको बाहर लाया जा सके।
सरकार का फोक्स क्रिप्टो करंसी, शेयर बाजार, वायदा बाजार जैसे इलाकों में है और पहली बार भारत में ऑनलाइन जुए को सरकारी अनुमति दी गयी है और अनेक एप इस सामाजिक बुराई का प्रचार कर रहे हैं।
गोल्ड भी अब आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया है।
इस तरह के हालात के बीच नाटो की बैठक आयोजित हो रही है। एनएसए यूरोप पहुंच गये हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने कार्यक्रम की जानकारी सांझा की। वहीं अरब लीग की बैठक भी हो रही है और उसमें गाजा को लेकर चर्चा होने की संभावना है। लीग के अनेक सदस्य देशों की यात्रा कर राष्ट्रपति ट्रम्प आज ही अमेरिका पहुंचे हैं। लीग की बैठक में क्या जानकारी सामने आती है, यह शाम तक पता चल जायेगा। उसी तरह से नाटो भी ईरान को लेकर गंभीर है और वह किस तरह से अपने पत्ते खोलेगा, यह भी देखने वाला होगा।