न्यूयार्क। दुनिया का कभी सबसे ताकतवर संगठन जी-7 में यूक्रेन और गाजा में शांति लाये जाने के मसौदे पर सहमति नहीं बन पा रही है। यूरोपियन यूनियन पर अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ का भी एलान कर दिया है।
कनाडा में बैठक के बाद भी सभी विदेशमंत्री कीव और इजरायल को लेकर सहमत नहीं हो पाये। कनाडा, ब्रिटेन और फ्रांस इस मामले में अमेरिका से अलग रूख रखते हैं। इस कारण जी-7 की बैठक में दोनों देशों में किस तरह से शांति लायी जाये और रूस के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाये, यह सामने नहीं आ रहा है।
शनिवार को ही समाचार आया कि कीव के ऊपर रूस ने अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। यूक्रेन की राजधानी में युद्ध को लेकर भय दिखाई दे रहा है और विकसित देश इस पर सहमत नहीं हो रहे।
दूसरी ओर इजरायल भी गाजा के साथ शांति मसौदे पर नहीं पहुंच पा रहा है और न ही जी-7 के देशों के साथ सहमति बन पा रही है। इस कारण गाजा युद्ध पर भी शांति बन सकती है, इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इजरायल ने अन्तिम सरकारी बयान में कहा है कि ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस के समर्थन के बिना भी वह गाजा में हमास और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा और गाजा को चारों तरफ से घेर लिया गया है।