वाशिंगटन डीसी। कनाडा में इस माह होने वाली जी-7 बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाली है। अमेरिकी प्रशासन काफी समय से भारत गणराज्य की सरकार के साथ शिखर वार्ता चाहता था और वह भी तटस्थ देश में। यह मौका अब 15-17 जून के बीच मिल सकता है।
भारत और अमेरिका के शीर्ष नेतृत्व आगामी 6 माह के भीतर कम से कम तीन बार मिल सकते हैं। इससे ज्यादा की संभावना उस समय होगी जब प्रधानमंत्री यूएन के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए एनवाईसी जायेंगे।
जी-7 की बैठक, इसके उपरांत क्वाड और जी-20 की बैठक जो नवंबर माह में साउथ अफ्रीका में होनी है। इन तीनों बैठकों में शीर्ष नेता मुलाकात करेंगे।
अमेरिका काफी समय से भारत के शिखर नेतृत्व के साथ वार्ता चाहता था और इसके लिए तटस्थ देश की भूमि का भी मौका दिया गया था। अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक और कई अन्य तरह के मतभेद उजागर हो गये हैं। इन बैठकों के जरिये शांतिपूर्ण हल निकालने की कोशिश हो रही है।
मानवाधिकार, अभीव्यक्ति की स्वतंत्रता सहित अनेक ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर विचार किया जाना है। इसलिए यह तीन-चार मौके जो बैठकों के लिए बनाये जा रहे हैं, वह मत्वपूर्ण हो जाते हैं।