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पाकिस्तान और अमृतसर में धार्मिक स्थानों पर बम फटे

श्रीगंगानगर। पाकिस्तान के पेशावर के पास ब्लूच लिब्रेशन फोर्स ने जिस तरह से रेलगाड़ी को बेपटरी करते हुए लोगों को बंधक बना लिया था, उसके बाद से ही आशंका थी कि पाक सेना एक बार फिर से भारत के खिलाफ मोर्चा खोल सकती है।
पाक सेना की ओर से अधिकारिक बयान में कहा गया है कि रेलगाड़ी को बेपटरी करने की साजिश सीमा पार भारत में रची गयी। इसमें अनेक लोग मारे गये थे और सेनाकर्मी भी घायल हुए थे।
रेलगाड़ी के बेपटरी होने से पूरी दुनिया में हडक़म्प मचा हुआ है और अब तो आईएमएफ भी पाक के समर्थन में आ गया है और लोन की किश्त को जारी करने पर राजी हो गया है।
इस तरह से भारत की मुश्किलों में इजाफा हो गया और एक बार पुन: विदेश और रक्षा नीति पर प्रश्र चिन्ह लग गया है। वहीं भारत की आंतरिक सुरक्षा को चुनौति देते हुए आतंकवादियों ने अमृतसर के एक मंदिर के पास बम फेंक दिया। यह राजनीतिक नहीं असल घटना है।
इसको ट्रिब्यून ने भी लिखा है कि पहली बार मंदिर पर अमृतसर में बम फेंका गया। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि जो अब तक पर्दे के पीछे खेल रचा जाता था अब वह भारत गणराज्य की सरकार की अग्रि परीक्षा होने जा रही है।
कश्मीर के मुद्दे का ध्यान भटकाने के लिए रूस-युक्रेन युद्ध शुरू हुआ और यह पहली बार था जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, युद्ध रूस ने नहीं बल्कि यूक्रेन ने शुरू किया था। इसी से अनुमान लगा सकते हैं कि किस तरह की साजिश दिल्ली में बैठे लोगों ने अमेरिका में बैठे लोगों के साथ मिलकर रची थी।
बाइडेन प्रशासन की कमला हैरिस और नरेन्द्र मोदी की मित्रता किसी से भूली या बिसरी हुई नहीं है। तीन साल पहले आरंभ किया गया युद्ध समाप्त नहीं हो रहा है। हालांकि ट्रम्प की अपील पर रूस ने कहा है कि हम सत्य के साथ हैं और ट्रम्प की अपील पर विचार किया जायेगा।
अब अमृतसर की बात करें तो निसंदेह भारत गणराज्य की सरकार इसको आईएसआई के साथ जोड़ेगी। दूसरी ओर पाकिस्तान में भी एक धार्मिक स्थल पर विस्फोट हुआ है। दूसरी ओर अमेरिका में तूफान आ गया है और वहां पर बवंडर के कारण 15 जंगलों में आग लगने की जानकारी दी गयी है।
ट्रम्प ने राहत कर्मियों के लिए कहा है कि अब चढ़ाई कर दो, समय आ गया है। इस तरह से बचाव एवं राहत कार्य तेज कर दिये गये हैं।
वहीं व्हाइट हाउस प्रशासन तीन सूचियां तैयार कर रहा है जिसमें उन देशों को शामिल किया जायेगा, जिनके नागरिकों को अमेरिका का वीजा या तो नहीं मिलेगा या फिर शर्तों के आधार पर ही अप्लाई हो सकेगा।
विदेश मंत्री मार्को रूबियो का कहना है कि ग्रीन कार्ड होल्डर भी यह नहीं कह सकते कि वे स्थायी नागरिक हो गये हैं। सुरक्षा या अन्य कारणों से सरकार के पास वीजा और ग्रीन कार्ड को निरस्त करने का अधिकार है।

फेक न्यूज से महंगाई को प्रदर्शित किया जा रहा है : ट्रम्प
न्यूयार्क। अमेरिका के राष्ट्रपति ने एक बार पुन: फेक न्यूज पर हमला किया है और कहा है कि जो भी समाचार हो, उसका आधार होना चाहिये।
उन्होंने कहा, फेक न्यूज के कारण अमेरिका में महंगाई की दर को बढ़ता हुआ दिखाया गया है जबकि महंगाई इस समय 2 प्रतिशत से कहीं नीचे है और यह चार सालों में सबसे कम है।
उल्लेखनीय है कि ट्रम्प के टैरिफ अभियान के बाद कुछ आउटलेट ने यह समाचार प्रकाशित किया था कि महंगाई बढ़ रही है।

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