श्रीगंगानगर। प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में नई दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें गुरदास सिंह मान भी गीतकार के रूप में कार्यक्रम पेश कर रहे थे। नरेन्द्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। पंजाब के सबका उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम के जरिये बाबा बंदा सिंह बहादुर को लाँच किया गया। पंजाब के इतिहासकार बताते हैं कि बंदासिंह बहादुर कोई व्यक्तित्व नहीं था और न ही कभी सुना गया। बंदा सिंह बहादुर को गुजरात के एक योगी के रूप में पेश किया गया।
हालात देखिये कि उस समय गुजरात कोई राज्य ही नहीं था। महाराष्ट्रा एक स्टेट था और उसका भाग ही गुजरात था।
आजादी से पहले का जो राष्ट्रगान है, उसमें गुजरात का नाम आता है, जबकि कथित आजादी के बाद महाराष्ट्र का पुनर्गठन किया गया था।
इस तरह से स्वयं को एक अवतारी और महापुरुष बताने के लिए कार्यक्रम मेंं उन्होंने स्वयं घोषणा की और अपने कदाचार जो गुजरात के मुख्यमंत्री रहते स्वच्छ ऊर्जा के नाम पर किये, उसको उन्होंने पंजाब स्टेट के सिक्कों के रूप में पेश किया।
फिर उन्होंने 2024 के चुनावों में स्वयं को अवतारी पुरुष बताया। इसके बाद अब वे एक कार्यक्रम में शामिल हुए। यह कार्यक्रम खुसरो के जीवन पर आधारित था।
खुसरो एक थर्ड जेंडर था, जिसको कहानियों में प्रकाशित किया गया है। अब वे पहले बंदा सिंह बहादुर के कार्यक्रम में स्वयं को बहादुर के रूप में पेश करते हैं और फिर वे खुसरो के कार्यक्रम में शामिल होते हैं।
इसके एक सप्ताह बाद ही अब एक भाजपा सांसद ने उनको शिवाजी महाराज का अवतार बता दिया है। इस तरह से वे महाराष्ट्र में एक धार्मिक पुरुष जिनको अवतारी पुरुष कहा जाता है, के रूप में पेश करने की कोशिश की।
इस तरह के कार्यक्रम और घटनाओं से यह प्रमाणित होता है कि इस समय उनके पास स्वयं के बचाव के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है।
वे स्वयं को किसी तरह से अवतारी पुरुष साबित करना चाहते हैं।
अब जब वे लगभग 11 सालों बाद पहली बार पीएम के रूप में आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे तो आरएसएस ने ही एक ड्रामा रच दिया। फिर से हिन्दू मुस्लिम करते हुए दंगा का स्वांग रचा गया और इससे टीवी पर टीआरपी काफी बढ़ गयी। अब कई दिन तक खबरनवीसों को काम मिल गया। वे कथित रूप से घायल पीडि़त के घर जायेंगे और नकली ड्रामे को असली के रूप में पेश करने की कोशिश करेंगे। उनको पता है कि वे झूठ पेश कर रहे हैं लेकिन बॉस का ऑर्डर है तो करना ही होगा।