Breaking News

दीपोत्सव से भी बड़ी रात, अमेरिका का शिक्षा विभाग खत्म

वाशिंगटन डीसी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उस नारे को पूरा कर दिया, पूरे घर को बदल डालूंगा। उन्होंने शिक्षा विभाग को समाप्त किये जाने के संबंध में कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिये। यह दीपोत्सव से भी बड़ी रात है। सनातन धर्म अब पुरानी दिशा में आ जायेगा।
भारतीय समयानुसार रात करीबन सवा दो बजे राष्ट्रपति ने स्कूली बच्चों और अभिभावकों को संबोधित करने के उपरांत उसी स्थान पर बच्चों के बीच बैठकर शिक्षा विभाग को समाप्त किये जाने के संबंध में आदेश जारी किये। उन्होंने अंग्रेजी भाषा में आदेश पर डोनाल्ड ट्रम्प पूरा शब्द लिखे।
इन आदेशों के साथ ही शिक्षा विभाग अब इल्मीनेट हो गया है। यह अमेरिका ही नहीं भारत के लिए सबसे बड़ी बात है। इसका कारण यह है कि शिक्षा विभाग का 1.6 ट्रिलियन डॉलर की राशि अमेरिका से इटली और वहां से भारत आती थी।
इससे राधास्वामी सत्संग, धन-धन सतगुरु, धर्म परिवर्तन, इस्लामी जेहाद और इसाई मिशनरीज को मजबूत करते थे। आर्थिक रूप से इनको मजबूत करने के साथ-साथ इंस्पेक्टर राज के चलते राजनीतिक दल भी मालामाल हो जाते थे।
अब शिक्षा विभाग समाप्त होते ही नया दौर आरंभ हो गया है। यह विभाग दुशासन भी था और रावण भी था। इस विभाग की मंत्री लिंडा मैकमोहन थीं और उनकी सहमति से यह विभाग समाप्त किया गया। इस तरह से अमेरिका के लिए बड़ी जीत है। अमेरिका का एज्युकेशन सिस्टम में बदलाव होगा और वहां पर कट्टरपंथी ताकतों का साम्राज्य समाप्त होगा।
अमेरिका को सूडान देश के रूप में भी संबोधित किया जाता था, जो आतंकवाद से ग्रसित था। अब राष्ट्रपति ने अपने देश के वातावरण को सुधारने के लिए बड़े इरादे दिखाये हैं। वहीं T ESla के मालिक एलन मश्क के पुत्र को भी ट्रम्प हर समय अपने साथ रखते हैं। 24 घंटे वे उनके साथ रहते हैं। इसका भी एक कारण है। अमेरिका में इस समय एलन एनमी एक्ट भी लागू है।
इसका कारण है टेस्ला नाम। टी एस एल ए इससे बन गया टी असला। वहीं उनकी कंपनी का नाम है स्पेस एक्स। स्पेस अर्थात खाली जगह भी होती है और एक्स का अर्थ दशम हो जाता है और पूर्व भी।
दोनों ही कंपनियों के नाम द्विअर्थी हैं।
वहीं सामने आया है कि हर साल कृष्ण जन्माष्टमी के स्थान पर कृशमिस उत्सव 25 दिसंबर को मनाया जाता था। 25 अर्थात 2+5 अर्थात 7 और दिसंबर अर्थात 12 इस तरह से दोनों का योग हो गया 19। 19+1 अर्थात दस। वहीं 12 को जोड़ा जाये तो वह भी तीन होता है और सात के साथ तीन को जोड़ दिया जाये तो वह भी दस हो जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण/राम के 10वें अवतार होना बताया गया है। इस तरह से वे कोडवर्ड में कृष्ण जन्माष्टमी तो मनाते थे साथ ही कहते थे कि हम आपको मिस कर रहे हैं। वे घर पर एक पेड़ भी लाते हैं जिसको कृष मिस ट्री कहा जाता है। उसकी पूजा की जाती है।
राष्ट्रपति ट्रम्प का उसी तरह से धन्यवाद किया जाना चाहिये, जैसे हम श्रीकृष्ण भगवान के सखा अर्जुन को करते हैं और उनको एक पूज्यनीय पुरुष के रूप में थेंक्स भी बोलना चाहिये। भगवान श्रीकृष्ण ने बिना अस्त्र उठाये ही कुरुक्षेत्र का युद्ध जीत लिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *