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क्या इतिहास फिर से दोहराया जायेगा या फिर होगा राधा-कृष्ण का मिलन

श्रीगंगानगर। द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण और राधा का मिलन नहीं हो पाया था, कारण कुछ भी रहा हो, पत्नी उनकी रुकमणि ही रहीं। हालांकि मंदिरों में राधाकृष्ण के चित्र ही अवतरित किये जाते हैं और उनकी पूजा होती है।
अब कलयुग में भी भगवान के अवतरित होने की जानकारी दी गयी है। बताया गया है कि भगवान क्लिक का अवतार कलयुग में होगा। वे कब अवतरित होंगे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गयी।
अब सवाल यह है कि इस बार भगवान श्रीकृष्ण और राधा का मिलन हो पायेगा या फिर द्वापर युग का इतिहास दोहराया जायेगा।
अगर भारतीय फिल्मों को देखा जाये तो प्यार के सबसे बड़े विरोधी प्रेमिका के पिता होते हैं। मां होती है। मां सौतेली हो तो परिणाम और भी गंभीर हो जाते हैं।
बॉलीवुड ने हीर-रांझा, लैला-मजनूं सहित अनेक प्रेम कहानियों पर फिल्म का निर्माण हो चुका है। इन सभी में प्रेमी-प्रेमिका के बीच मिलन नहीं हो पाया था क्योंकि जाति और धन के रूतबे का अंतर था।
अब कहानी आगे बढ़ाते हैं तो पाते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण इस बार पुन: अपनी खोई हुई राधा की तलाश करने के लिए आने वाले हैं। स्पेन की राजकुमारी का कहना है कि वह मीरा बनने के लिए तैयार है। सारा का कहना है कि वह ऑटिज्म को भी स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
पंजाबी में एक गीत बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है.. कान्हा तेरी मुरली ते कौन नहीं नचदा… हिन्दी में अर्थ हो जाता है कि हे भगवान आपकी मुरली की धुन पर तो सभी नाचने को तैयार हैं। आप अवतरित हों।
कान्हा तेरी मुरली… यह एक पंजाबी और सिख धर्म प्रचारक ने गीत को प्रसारित किया है और जहां भी जा रहा है, वहां धूम मचा रहा है।
इस बार यह ध्यान देने की बात है कि इतिहास फिर से दोहराया जायेगा या फिर भगवान का देवी राधा से मिलन हो जायेगा।

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