न्यूयार्क। टैरिफ! यह वो शब्द है, जो आज पूरे विश्व में घर-घर पहुंच गया है और लोग सोच रहे हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का अगला कदम क्या हो सकता है क्योंकि वे सिर्फ इसी मोड़ पर रुकने वाले नहीं है।
गत 2 अप्रेल को राष्ट्रपति ने विश्व के 60 देशों पर टैरिफ की घोषणा की थी और इसके अतिरिक्त 10 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क का प्रावधान किया गया था। अब 60 देशों में से 50 ने अमेरिकी सरकार को बताया है कि वे व्यापार घाटे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। समाधान निकाला जाना चाहिये।
वहीं ट्रम्प अभी चीन के साथ वार्ता करने के लिए तैयार नहीं हैं। राष्ट्रपति ने कहा, उन्हें चाइना के साथ बातचीत करने की कोई जल्दी नहीं है। पहले वह व्यापार घाटे को कम करे। इसके बाद ही शुल्क कम किये जायेंगे।
जापान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि हम अमेरिका के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। हम टैरिफ भी कम करेंगे किंतु हमें पहले यूएसए को दिखाना होगा कि हम टैरिफ कम करने के लिए कितना गंभीर है। पीएम ने कहा, हमें ऐसी सूची तैयार करनी होगी, जिसको राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ साझा की जा सके। हमें पहले वो काम करने होंगे।
राष्ट्रपति ट्रम्प कहते हैं कि अमेरिका के टैरिफ काम करते हैं। हम पहले भी ऐसा कर चुके हैं। अब 50 देश वार्ता करने के लिए तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि चीन के शी जिंगपिन ने अमेरिका पर भी टैरिफका एलान कर दिया है। यूरोप ने हालांकि अभी टैरिफ नहीं लगाया है, लेकिन उनका कहना है कि इस संबंध में एक शिखर बैठक आयोजित की जायेगी।