श्रीगंगानगर। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस आज से तीन दिनों की भारत यात्रा पर पहुंच रहे हैं। सोमवार को पीएम के साथ वार्ता का आयोजन किया गया है और इसके बाद नरेन्द्र मोदी सउदी अरब के लिए रवाना हो जायेंगे। वेंस जयपुर, आगरा की सैर करते हुए नजर आयेंगे। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संयुक्त राज्य की यात्रा पर रवाना हो गयी हैं। इस तरह से उछलकूद का मंच बन गया है टैरिफ।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने १२ फरवरी को भारतीय प्रधानमंत्री के साथ वाशिंगटन डीसी में मुलाकात की थी और उसके बाद माना जा रहा था कि दोनों देशों के बीच जो आपसी मतभेद उभरकर सामने आ रहे हैं, उनका हल निकालने का काम हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनिया भर में टैरिफ का आतंक मचा दिया। शोर मचा तो 90 दिनों के लिए इसको स्थगित कर दिया। २ अप्रेल को मुक्ति दिवस का एलान किया गया था किंतु अभी तक टेरिफ का समाधान नहीं खोजा सका है।
भारत और अमेरिका के बीच बड़े वैचारिक मतभेद उभरकर सामने आ रहे थे। इसी कारण तीन बार प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका की यात्रा एक साल के भीतर करनी पड़ी। 12 फरवरी की मुलाकात के बाद माना गया था कि व्हाइट हाउस और नई दिल्ली में कहीं न कहीं समझौते की गुंजाइश है, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
आज जेडी वेंस भारत की यात्रा पर आ रहे हैं, वे तीन दिनों तक विभिन्न शहरों का भ्रमण करेंगे और प्रधानमंत्री मोदी से भी उनकी मुलाकात का कार्यक्रम रखा गया है। यह मुलाकात सोमवार को होगी। वेंस भारत में ही होंगे, उसी समय मोदी सउदी अरब के लिए उड़ान भर देंगे। तीसरे टर्म में मोदी की यह पहली और औपचारिक रूप से तीसरी यात्रा होगी।
अभी तक यह साफ नहीं किया गया है कि जेडी वेंस अवकाश का आनंद लेने के लिए ही भारत आ रहे हैं या वे सरकारी तौर पर उनकी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे, जो मतभेद कुछ समय के भीतर सामने आये हैं।
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका की यात्रा पर रवाना हो गयी हैं। वे पांच दिन तक वाशिंगटन में रहेंगी। वे प्राइवेट कंपनियों के अधिकारियों से मुलाकात करेंगी लेकिन सरकारी स्तर पर उनकी मुलाकात किस नेता से होने वाली है, यह जानकारी मीडिया इनपुट में उपलब्ध नहीं करवायी गयी है।
इस तरह से उछलकूद मची हुई है और कोई भी देश यह बताने की स्थिति में नहीं है कि आखिर जो टैरिफ का शोर मचा हुआ है, उसका समाधान कैसे निकाला जा सकता है।
इटली पीएम भी अमेरिका की यात्रा पर गयीं थी और इसके बाद उपराष्ट्रपति वेंस भी इटली पहुंच गये। वहां पर वे दो दिनों तक रहे। आज वे इटली से दिल्ली के लिए उड़ान भर चुके हैं। सउदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की अध्यक्षता में यूक्रेन-रूस युद्ध पर चर्चा हो चुकी है। पीएम नरेन्द्र मोदी इस संबंध में मोहम्मद बिन सलमान के साथ वार्ता करेंगे। क्योंकि इसके अलावा भारत-सउदी के बीच कोई और मुद्दा सामने नहीं आया था।
प्रशांत महासागर के लिए ट्रम्प का संदेश लाये हैं वेंस
अमेरिका-भारत के बीच प्रशांत महासागर की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा सामने आ चुका है। यूएस मानता है कि चाइना एक गंभीर चुनौति है। इस कारण माना जा रहा है कि प्रशांत महासागर पर चर्चा हो सकती है किंतु इन चर्चाओं का कोई नतीजा पिछले पांच-छ: साल में नहीं निकल पाया है। मौजूदा साल में ही भारत में कवाड को लेकर बैठक होनी है, इसमें यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, जापान भी शामिल है। चारों देश के शीर्ष नेता बैठक करेंगे।
यूएस दक्षिण बॉर्डर पर ध्वनि प्रदूषण समस्या
यूएस के दक्षिणी सीमा पर ध्वनि प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है। ध्वनि प्रदूषण का खतरनाक स्थिति में पहुंच चुका है। हालांकि अधिकारी इस पर अभी भी रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं।
यूरोप-अमेरिका में नहीं बन पा रही सहमति
यूरोप और अमेरिका के बीच टेरिफ के मुद्दे पर सहमति नहीं बन पा रही है। इटैलियन पीएम ने यूएस का दौरा किया और इस दौरान विदेश मंत्री मार्को रूबियो यूरोप पहुंच गये। उनके बाद वीपी जेड वेंस भी रोम आ गये। दो शीर्ष अधिकारियों ने अलग-अलग बैठक की है। रूबियो पेरिस में थे तो वेंस रोम में। इस तरह से यह शीर्ष स्तर पर चल रही बैठकों को प्रदर्शित तो करता है लेकिन नतीजा नहीं निकल पाना अपने आप में निराशा भरा कदम है।