मास्को। रूस ने युक्रेन के साथ शांति वार्ता के लिए पिटारा शांतिदूत के सामने रख दिया है अर्थात शर्तों के आधार पर युद्ध विराम की बात कही है। इनमें नाटो में यूक्रेन को शामिल नहीं किया जाना भी शामिल है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने ब्राजिल के एक समाचार पत्रिका के साथ वार्ता में कहा, यूक्रेन से ‘नाजीवाद’ लोगों की विदाई की जाये। जर्मन के पूर्व अध्यक्ष एडॉल्फ हिटलर को नाजीवादी कहा जाता है और उनकी विचारों का अनुसरण करने वालों को नाजीवाद समर्थक के रूप में पुकारा जाता है।
लावरोव ने साफ शब्दों में कहा कि जो इलाके जीत लिये हैं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय उन क्षेत्रों को अपनी मान्यता प्रदान करे। इस तरह से अनेक शर्तों को रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका इसमें मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है। हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि यह युद्ध उनके समय में आरंभ नहीं हुआ था। वे मानवता को बचाने के लिए इस युद्ध को रुकवाने का प्रयास कर रहे हैं। अगर दोनों पक्ष सहमत नहीं होते हैं तो वे इस सौदे से बाहर हो जायेंगे।
फिलहाल 8 से 10 मई के बीच तीन दिनों के लिए रूस के ब्लादीमिर पुतिन ने सीजफायर का एलान किया है।