श्रीगंगानगर। भारत गणराज्य की सरकार के लिए मंगलवार का दिन कई तरह के संकेत लेकर आया है। कई खट्टे हैं तो कई मीठे हैं। भारत को अचानक ही चौथी आर्थिक महाशक्ति बनने का दर्जा आईएमएफ ने दे दिया। जापान को पीछे छोड़ दिया गया। रूस ने पहलगाम तनाव के लिए दिल्ली-इस्लामाबाद में मध्यस्थ बनने की भूमिका को स्वीकार किया है और भारत को समर्थन देने का बयान दोहराया। दूसरी तरफ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ वार्ता के बाद यह भी घोषणा कर दी गयी कि दोनों देश अब मुक्त व्यापार समझौते को अन्तिम रूप दे चुके हैं।
भारत गणराज्य की सरकार लगातार बैठकें कर रही थी और पाकिस्तान से बदला किस प्रकार लिया जाये, इसके लिए चर्चा कर रही थी और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने का भी प्रयास किया जा रहा था। परंपरागत मित्र रूस से भी कोई बयान नहीं आया था। मंगलवार को बयान आ गया।
अमेरिका अभी भी तटस्थ भूमिका में है और वह भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद से स्वयं को दूर रखे हुए है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का कहना है कि दोनों देश आपस में चर्चा कर विवाद समाप्त कर सकते हैं।
टीवी पर लगातार 22 अप्रेल के शहीदों का बदला लेने के लिए समाचार का प्रसारण हो रहा था। मंगलवार दोपहर के बाद आईएमएफ ने घोषणा कर दी कि भारतीय गणराज्य की जीडीपी 4.1 ट्रिलियन हो गयी है जो जापान से ज्यादा है। इस तरह से गूगल भी भारत को चौथे स्थान पर प्रदर्शित करने लगा है।
वहीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ भी दिल्ली की चर्चा हुई और इसके बाद कीर स्टारमर ने कहा कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार सहित कई तरह के समझौते पर राजी हो गये हैं।
यह सब एक दिन में हो गया और भारत सरकार की वाहवाही हो रही है। टीवी पर भी पहलगाम की जगह आईएमएफ, ब्रिटेन से समझौता आदि की चर्चा होने लगी है।