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हजारों लोग अमेरिका और कनाडा में क्यों कर रहे प्रदर्शन

श्रीगंगानगर। अमेरिका में शनिवार को हजारों लोग बैनर लेकर प्रदर्शन करते हुए नजर आये। इसी तरह की स्थिति कनाडा की भी थी और माना जा रहा है कि यह गु्रप जिस तरह से लोकप्रिय हो रहा है पश्चिमी देशों यथा यूरोप, ऑस्ट्रेलिया में भी शाखाओं की स्थापना करने में कामयाब हो सकता है।
हजारों लोग अगर सडक़ों पर आये तो इसका कारण था। एलन मस्क जो राष्ट्रपति की भूमिका निभा रहे हैं। वे अपने सभी 11 बच्चों सहित व्हाइट हाउस पहुंचकर वहां की जो मान-मर्यादा है, उसको भी प्रभावित करते रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बनने के बाद से ही एलन मस्क को प्राथमिकता दे रहे हैं। सरकारी विभागों में कर्मचारियों को हटाया जा रहा है और इस संबंध में पहले भी लिखा गया था। लोगों को बेरोजगार करके कौन सौ देश अमीर हुआ है या घाटा कम करने में कामयाब हुआ है।
फोब्र्स की 2024 की सूची के अनुसार मस्क की नेटवर्थ 195 अरब डॉलर के आसपास थी। मात्र चार महीनों में वे 350 बिलियन डॉलर को भी पार कर गये। एक तरफ दिखाया जा रहा है कि पांच ट्रिलियन डॉलर बाजार गिर गया जबकि सच्चाई यह है कि दो दिन के बाजार गिरने से पहले मस्क की नेटवर्थ 340 अरब डॉलर के आसपास थी और दो दिन मार्केट क्रैश होने के बाद भी उनकी सम्पदा 350 बिलियन डॉलर से ज्यादा बनी रही।
इस तरह से जो होता है वह दिखाई नहीं देता और जो दिखाई देता है, वह होता नहीं है। शुक्रवार को सप्ताह के आखरी सप्ताह में भी नेटवर्थ 362 अरब डॉलर थी। यकीन कीजिये कि दो दिनों तक अमेरिकी स्टॉक मार्केट में जबरदस्त गिरावट को देखा गया और यह 10 प्रतिशत तक गिर गया।
इसके बाद भी दिसंबर 2024 और अप्रेल 2025 के बीच में डेढ़ सौ अरब डॉलर की सम्पदा को मस्क अपने पक्ष में ले गये। व्हाइट हाउस में सरकारी हस्ताक्षेप का प्रमाण भी देखिये कि अंतरिक्ष से कथित रूप से सुनीता विलियम्स और बैरी बूच को लाने के लिए नासा के विमान नहीं बल्कि स्पेस एक्स का विमान भेजा गया।
भारत सरकार ने भी हाल ही में अपना एक सैटेलाइट भेजने के लिए एलन के स्पेस एक्स को अनुबंधित किया था।
इस अरबों-खरबों डॉलर के खेल में अगर किसी व्यक्ति की सम्पदा बाजार खत्म होने के बाद खत्म हुई है तो वह आम अमेरिकंस की है। बड़े खिलाड़ी अपना खेल खेलते रहे हैं और खेलते रहेंगे।
भारत में जिस तरह से गौतम अडाणी का सरकार में हस्ताक्षेप है। उसके खिलाफ जांच के लिए सरकार दो अक्षर का भी लेखन नहीं कर पाती है। उसी तरह की स्थिति अमेरिका में मस्क की बन चुकी है। एंटी एलियन एक्ट और एमएस 13 जैसी कार्यवाही के बाद डोनाल्ड का अरबपति के साथ जो मोह बना हुआ है, वह काबिले गौर है।
अगर हालात नहीं बदलते हैं तो संभव है कि मस्क के खिलाफ उत्तरी अमेरिका में आंदोलन तेज हो सकता है और इसका सीधा असर ट्रम्प की लोकप्रियता पर भी पड़ रहा है। एंटी ट्रस्ट रेटिंग 50 प्रतिशत से नीचे चली गयी है। यह ट्रम्प के लिए एक चेतावनी भी हो सकती है।

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